नई दिल्ली, 18 अगस्त (हि.स.)। साहित्य अकादमी की सात दिवसीय तमिल पुस्तक प्रदर्शनी का बुधवार को आगाज हो गया। इसका उद्घाटन प्रख्यात तमिल लेखक एवं पत्रकार मालन ने किया।
रवींद्र भवन के प्रथम तल पर आयोजित इस प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में मालन ने कहा कि यह राजधानी में रह रहे तमिल प्रेमी, पाठकों एवं विद्यार्थियों के लिए बड़ा अवसर है कि वे साहित्य अकादमी से प्रकाशित और अनूदित साहित्य को एक मंच पर प्राप्त कर सकेंगे। अन्य भारतीय भाषाओं में अनूदित तमिल साहित्य को पढ़कर पाठक तमिल साहित्य की विविधता को भी महसूस कर सकेंगे। उन्होंने साहित्य अकादमी को इस तरह की पहली प्रदर्शनी के लिए बधाई देते हुए कहा कि इससे साहित्य अकादमी के प्रकाशन विभिन्न भाषाओं के पाठकों तक पहुंच सकेंगे।
मालन का स्वागत करते हुए साहित्य अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने कहा कि दिल्ली हर मायने में एक सर्वदेशीय शहर है। यहां देश के हर क्षेत्र संस्कृति और भाषा के लोगों की संख्या काफी है। हालांकि दिल्ली में कई साहित्यिक संस्थान हैं लेकिन अपनी मातृभाषा में पुस्तकों के लिए सभी को वर्षभर दिल्ली पुस्तक मेले का इंतजार करना होता है।
श्रीनिवासराव ने कहा कि साहित्य अकादमी इस निर्भरता को कम करने के लिए इस तरह की विभिन्न भारतीय भाषाओं की एकल पुस्तक प्रदर्शनियों की शृंखला शुरू कर रही है, जिससे दिल्ली में रह रहे विभिन्न भारतीय भाषाओं के पुस्तक प्रेमियों को उनकी पसंद का साहित्य समय-समय पर उपलब्ध कराया जा सके।
इस प्रदर्शनी में तमिल और अन्य भारतीय भाषाओं में तमिल से अनूदित पुस्तकों को प्रदर्शित किया गया है। अपनी तरह की इस पहली पुस्तक प्रदर्शनी में लगभग 600 पुस्तकें रखी गई हैं। 24 अगस्त तक चलने वाली प्रदर्शनी प्रतिदिन सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खुली रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ पवन/मुकुंद